Savan 2024 टोटके और उपाय

2024 में सावन सोमवार व्रत की विधि और शिवलिंग पूजा के विशेष उपाय. Shrawan Puja 2024

सावन 2024: शिवलिंग पूजा, व्रत विधि, दान और सावन सोमवार व्रत की विधि

सावन 2024: शिवलिंग पूजा, व्रत विधि, दान और सावन सोमवार व्रत की विधि

सावन का महीना हिन्दू धर्म में अत्यधिक महत्व रखता है। यह महीना भगवान शिव की आराधना का प्रमुख समय होता है। विशेषकर सावन के सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दिन शिवलिंग पर विशेष पूजन करने का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं कि सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर कौन-कौन सी चीजें अर्पित करनी चाहिए ताकि मनचाही वर की प्राप्ति हो सके।

शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीजें

  • जल: भगवान शिव को जल अर्पित करने का विशेष महत्व है।
  • दूध: दूध को शिवलिंग पर अर्पित करने से मानसिक शांति मिलती है।
  • दही: दही शिवलिंग पर अर्पित करने से दोषों का निवारण होता है।
  • शहद: शहद अर्पित करने से विवाह में आ रही बाधाओं का निवारण होता है।
  • गंगाजल: गंगाजल का अर्पण पापों का नाश करता है।
  • चंदन: चंदन का तिलक मानसिक शांति प्रदान करता है।
  • बेल पत्र: बेल पत्र अर्पित करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।
  • धतूरा: धतूरा भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है।
  • भस्म: भस्म अर्पित करने से समृद्धि आती है।
  • फल और फूल: फल और फूल अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

सावन में इन चीजों का दान करने से भाग्य में होगी वृद्धि, तरक्की के भी बनेंगे योग

  • अन्नदान: अन्नदान से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
  • वस्त्रदान: वस्त्रदान से गरीबों की मदद होती है।
  • गौदान: गौदान से सभी पापों का नाश होता है।
  • छत्रदान: छत्रदान से जीवन में तरक्की होती है।
  • पुस्तक दान: पुस्तक दान से शिक्षा का प्रचार होता है।
  • औषधि दान: औषधि दान से स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
  • जलदान: जलदान से पुण्य की प्राप्ति होती है।
  • फल और मिठाई का दान: फल और मिठाई का दान करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है।
  • पुस्तकें और लेखन सामग्री का दान: शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की होती है।
  • आभूषण दान: आभूषण दान से समृद्धि आती है।

सावन सोमवार का महत्व

सावन सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

सावन सोमवार व्रत की विधि

  1. प्रातःकाल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. भगवान शिव के समक्ष दीप प्रज्वलित करें और धूप-दीप से पूजा करें।
  3. शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, गंगाजल, चंदन, बेल पत्र, धतूरा, भस्म, और फल-फूल अर्पित करें।
  4. ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें।
  5. ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन कराएं और वस्त्र दान करें।
  6. संध्याकाल में भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।

सावन में व्रत का महत्व

सावन में व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। विशेषकर सावन सोमवार का व्रत रखने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है और जीवन में खुशहाली आती है।

सावन में दान का महत्व

सावन के महीने में दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है। इस दौरान किए गए दान का विशेष फल मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

सावन सोमवार की पूजा विधि

  • पूजा सामग्री: जल, दूध, दही, शहद, गंगाजल, चंदन, बेल पत्र, धतूरा, भस्म, फल-फूल, धूप-दीप, नारियल, सुपारी, पान के पत्ते
  • पूजा विधि: प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को साफ करें और भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग को स्थापित करें। भगवान शिव के समक्ष दीपक जलाएं और धूप-दीप से पूजा करें। शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, गंगाजल, चंदन, बेल पत्र, धतूरा, भस्म, और फल-फूल अर्पित करें। ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें और भगवान शिव से अपनी मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना करें। ब्राह्मणों और गरीबों को भोजन कराएं और वस्त्र दान करें। संध्याकाल में भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।

सावन में कथा का महत्व

सावन में भगवान शिव की कथा सुनने और सुनाने का विशेष महत्व होता है। इस दौरान शिवपुराण, रुद्राष्टक, और अन्य शिव कथाओं का पाठ किया जाता है।

शिवपुराण कथा

शिवपुराण कथा का पाठ सावन के महीने में विशेष फलदायी माना जाता है। शिवपुराण में भगवान शिव की महिमा, उनके अवतारों, और उनके लीला-वर्णन का विस्तार से वर्णन है। इस कथा को सुनने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।

रुद्राष्टक का पाठ

रुद्राष्टक भगवान शिव की स्तुति में रचित एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है। इसका पाठ सावन के महीने में विशेष रूप से किया जाता है। रुद्राष्टक का नियमित पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

शिवमहिम्न स्तोत्र का पाठ

शिवमहिम्न स्तोत्र भगवान शिव की महिमा का गुणगान करता है। इसका पाठ सावन के महीने में करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं। शिवमहिम्न स्तोत्र का पाठ करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में शांति व समृद्धि का आगमन होता है।

सावन में व्रत कथा का महत्व

सावन में व्रत कथा सुनने और सुनाने का विशेष महत्व है। इस दौरान शिवपुराण की कथाएं, रुद्राष्टक, शिवमहिम्न स्तोत्र, और अन्य शिव कथाओं का पाठ किया जाता है। व्रत कथा सुनने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

सावन सोमवार व्रत कथा

सावन सोमवार व्रत कथा का पाठ विशेष फलदायी माना जाता है। इस कथा में भगवान शिव और माता पार्वती की लीला का वर्णन होता है। कथा का श्रवण करने से व्रतधारी को भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

सावन में विशेष पूजा-अर्चना

सावन के महीने में विशेष पूजा-अर्चना का महत्व अत्यधिक होता है। इस दौरान भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है और उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न मंत्रों का जाप किया जाता है।

महामृत्युंजय मंत्र का जाप

महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है। इसका जाप सावन के महीने में विशेष फलदायी माना जाता है। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सभी प्रकार की बीमारियों का नाश होता है और दीर्घायु की प्राप्ति होती है।

रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक भगवान शिव की विशेष पूजा विधि है। इसमें शिवलिंग पर विशेष सामग्री के साथ अभिषेक किया जाता है। रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

शिव तांडव स्तोत्र का पाठ

शिव तांडव स्तोत्र भगवान शिव की तांडव नृत्य की महिमा का वर्णन करता है। इसका पाठ सावन के महीने में विशेष रूप से किया जाता है। शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।

सावन में विशेष उपाय

सावन के महीने में विशेष उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

काले तिल का दान

सावन के महीने में काले तिल का दान करने से सभी प्रकार के दोषों का निवारण होता है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

जल से अभिषेक

सावन के महीने में शिवलिंग पर जल से अभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं।

बेल पत्र का अर्पण

सावन के महीने में शिवलिंग पर बेल पत्र का अर्पण करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और सभी इच्छाओं की पूर्ति करते हैं।

नाग-नागिन की पूजा

सावन के महीने में नाग-नागिन की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

निष्कर्ष

सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का प्रमुख समय होता है। सावन सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। इस दिन शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, गंगाजल, चंदन, बेल पत्र, धतूरा, भस्म, और फल-फूल अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सावन में किए गए दान का विशेष महत्व होता है और इससे भाग्य में वृद्धि होती है।

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